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06 Mar

आई.वी.आर नंबर में अपने मानसिक स्वस्थ्य को ठीक कर युवा ने मनोबल स्वयंसेवक के रूप में कार्य करना प्रारंभ किया l

आई.वी.आर नंबर में अपने मानसिक स्वस्थ्य को ठीक कर युवा ने मनोबल स्वयंसेवक के रूप में कार्य करना प्रारंभ किया l

मानसिक स्वास्थ्य के चमकते सितारे मनोबल स्वयंसेवक  सुनील निर्मलकर, जिन्हें पढ़ाई के दबाव ने घेरा था, ने अपने जीवन की दिशा बदल दी। एक दिन, उन्होंने अपने संस्था एग्रीकॉन के ब्लॉक कोर्डिनेटर से मिलकर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में बातचीत की। उन्हें IVR नंबर के बारे में जानकारी भी मिली, जो उन्हें अपनी समस्याओं का हल ढूंढने में मदद कर सकता था।सुनील ने IVR नंबर पर कॉल किया और अपनी समस्या को साझा कर अपनी मानसिक परेशानी को दूर किया।

इसके बाद, उन्होंने मनोबल वॉलिंटियर के रूप में यूनिसेफ और एग्रिकाँन समिति से जुड़ कर अपने समाज में अपना योगदान देने का निर्णय लिए  और लोगों की मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम किया। वे IVR नंबर का प्रचार कर बाजार में पोषण के महत्व को बताया और किशोरी बालिकाओं को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया।वे अपने प्रयासों से, समाज में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का संदेश फैला रहे है ।

उन्होंने लोगों को अपनी समस्याओं को साझा करने की प्रेरणा दी और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल का महत्व समझाया । सुनील की इस उत्कृष्ट प्रेरणादायक कहानी ने दिखाया कि हर कोई एक छोटे कदम से भी महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने अपनी जिंदगी को एक नयी दिशा दी, न केवल खुद के लिए, बल्कि अपने समाज के लिए भी। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें सामाजिक सद्भावना और सम्मान के माध्यम बनाया।


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