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कोंडागांव में सामाजिक प्रतिनिधियों का सामाजिक व्यवहार परिवर्तन को लेकर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
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कोंडागांव में सामाजिक प्रतिनिधियों का सामाजिक व्यवहार परिवर्तन को लेकर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
जिला कोंडागांव, दिनांक: 15 फरवरी 2024
जिला कोंडागांव में सामाजिक प्रतिनिधियों के माध्यम से समुदाय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
आयोजित एक एकदिवसीय कार्यशाला ने सामुदायिक समस्याओं और सामाजिक विकास को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा और जागरूकता को प्राप्त किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सामाजिक प्रतिनिधियों के माध्यम से जनसमुदाय को विभिन्न मुद्दों पर जागरूक करना और उन्हें सकारात्मक कदम उठाने के लिए प्रेरित करना था। यह कार्यशाला जिला प्रशासन और यूनिसेफ के सहयोग में संचालित की गई थी।
इस कार्यशाला में स्थानीय समाज के विभिन्न सामाजिक प्रतिनिधियों की भागीदारी थी। यहां पर स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास बाल संरक्षण इकाई के प्रतिनिधियों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की भी उपस्थिति थी।
कार्यशाला में यूनिसेफ के प्रियंका वर्मा ने एनेमिया नियंत्रण के प्रति जागरूकता मया मड़ई जैसे विषयों को लेकर चर्चा की उन्नति अरोरा ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के विषय में चर्चा की और पॉल कुमार ने जिले में संचालित युवोदय कोंडानार चैंम्स का उद्देश्य और महत्व के बारे में बताया और इसके साथ आओ बात करें प्रोग्राम के बारे में जानकारी साझा की।
इसके साथ-साथ स्वास्थ विभाग से इमरान खान जिला सलाहकार, झम्मन जिला महमारी विषेयज्ञ के द्वारास्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चल रही जल कल्याणकारी योजनाओं चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व पर जागरूक किया और स्थानीय स्तर पर विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की।
शिक्षा विभाग से जिला साक्षरता मिशन अधिकारी वेणुगोपाल राव द्वारा प्रौढ़ शिक्षा को लेकर तथा समुदाय में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने शिक्षा स्कूलों में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने और बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने समुदाय के बच्चों को शिक्षा के महत्व को समझाने के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया और उन्हें आदर्श शिक्षा की ओर प्रोत्साहित किया।
महिला एवं बाल विकास बाल संरक्षण इकाई से जयदीप नाथ संरक्षण अधिकारी गैर संस्थागत देखभाल, गजेंद्र पटेल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास बाल विवाह, बाल शोषण, बाल मजदूरी जैसे सामाजिक और कानूनी मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जनसमुदाय के सदस्यों को इन मुद्दों पर जागरूक किया और उन्हें इन समस्याओं का सामना करने के लिए सकारात्मक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज धंसराज टण्डन जी ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी दी।
कर्यशाला में होने वाले विचार-विमर्श ने स्थानीय समाज को सामाजिक, स्वास्थ्य, और शिक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त करने का मौका दिया। इससे समुदाय की जागरूकता में वृद्धि होगी और उनके सामाजिक व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन होगा।
इस कार्यशाला में जिला प्रशासन से अपर कलेक्टर चित्रकांत चाली ठाकुर भी उपस्थित रहे। उन्होंने सामाजिक प्रतिनिधियों और स्थानीय अधिकारियों को समर्थन दिया और उनकी प्रशंसा की।
यह कार्यशाला सामुदायिक समस्याओं के समाधान और समाजिक उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह एक साझेदारी में संचालित हो रहा है, जिसमें सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के साथ-साथ समुदाय के सदस्यों की भागीदारी है।
इस कार्यशाला का सफल समापन होने के बाद, अपर कलेक्टर चित्रकांत चाली ठाकुर ने स्थानीय समुदाय के सदस्यों को विभिन्न समाजिक और स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रूप से योगदान देने का आह्वान किया ।