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विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस - 10 अक्टूबर 2023 : उमंग और उत्साह के संगम पर नोनी जोहार 2.0 का भव्य शुभारंभ
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विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस - 10 अक्टूबर 2023 : उमंग और उत्साह के संगम पर नोनी जोहार 2.0 का भव्य शुभारंभ
- विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के विषयों पर केंद्रित रहा पहला दिन
- मानसिक स्वास्थ्य से सम्पूर्ण स्वास्थ्य की ओर एक अद्भुत पहल
- प्रदेश भर के कोने-कोने से जुटे उल्लेखनीय कार्य करनेवाले कुशल युवा स्वयंसेवक
- विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर हुआ रोचक पैनल डिस्कशन
- मानसिक स्वास्थ्य की पहल - आओ बात करें की हुई चर्चा
- “चलो कहानी पूरी करें” बहुत ही रोचक कार्यक्रम रहा
रायपुर, 10 अक्टूबर 2023 / यूनिसेफ के सहयोग से जनसम्पर्क विभाग छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़- वी द पीपुल, अलायंस फॉर बिहेवियर चेंज और माई एफएम के संयुक्त तत्वावधान में शहर के साया जी होटल में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय नोनी जोहार 2.0 कार्यक्रम का शुभारंभ डीपीआर छत्तीसगढ़ के डायरेक्टर सौमिल रंजन चौबे, यूनिसेफ एसबीसी स्पेशलिस्ट अभिषेक सिंह, यूनिसेफ की बाल सुरक्षा विशेषज्ञ चेतना देसाई और छत्तीसगढ़ – वी द पीपुल की संरक्षिका मंजीत कौर बल, Agricon के डायरेक्टर मानस बनर्जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए छत्तीसगढ़ – वी द पीपुल की संरक्षिका मंजीत कौर बल ने इस कार्यक्रम की मजबूत कड़ी रहे संदीप यादव को याद करतें हुए कहा कि नोनी जोहार 2.0 का उद्देश्य मानसिक स्वस्थता पर संवाद को बढ़ावा देना है।
उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता यूनिसेफ की बाल सुरक्षा विशेषज्ञ चेतना देसाई ने कहा कि 2015 से लेकर 2019 तक ट्राइबल के बीच काम करते हुए कोरोना के दौरान अच्छी चीज निकल कर आई कि मानसिक स्वास्थ्य पर अवश्य बात हो। हमारा उद्देश्य था कि छत्तीसगढ़ में मेंटल हेल्थ विषय को कम्युनिटी में ले जाना है। इसके अंतर्गत पब्लिक परसेप्शन ठीक करने के लिए कई गतिविधि की जा रही है। इसी क्रम में नोनी जोहार का यह कार्यक्रम मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने का विशेष मौका है।
इस अवसर को संबोधित करते हुए यूनिसेफ एसबीसी स्पेशलिस्ट अभिषेक सिंह ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने तथा अन्य व्यवहार से संबंधित युवाओं के उल्लेखनीय कार्य को सराहने और उन्हें उत्साहित करने का यह सुनहरा अवसर है। उन्होंने कार्यक्रम के सभी गतिविधि की आवश्यकता और उद्देश्य को गहराई से बताया। उन्होंने यह भी कहा कि नोनी जोहार 2.0 का का मूल उद्देश्य आगामी बाधाओं की पहचान करना, सबल और सफल लोगों की कहानियों की खोज करना और स्व-देखभाल के सफल प्रयासों को बढ़ावा देना है।
डीपीआर के डायरेक्टर सौमिल चौबे ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य पर बात करना आज के परिवेश में फिजिकल हेल्थ से ज्यादा जरूरी है। इंडिया में 15 साल से 29 साल के बीच के आयुवर्ग के लोगों में सुसाइड रेट ज्यादा है, ये एक विकराल समस्या है। मैं व्यक्तिगत तौर पर और अपने विभाग की तरफ से इस मुहिम को आगे बढ़ाऊंगा।
इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों द्वारा “किशोरावस्था – नए अवसर का द्वार” विषय पर बालिकाओं से जुड़े अपराध को दिखाने हेतु "लागा चुनरी में दाग" गाने के साथ मार्मिक चित्रण प्रस्तुत किया।
किशोर और युवा वयस्क में मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा में बेहतर समझ विकसित करने की दृष्टि में "युवा भारत की मानसिक स्वस्थता के साथ जुड़ाव" पर एक पैनल डिस्कशन किया गया। इसमें साइकोलॉजिस्ट नितिन श्रीवास्तव, दानिश खातून- प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर , एग्रिकोन कुशल अग्रवाल - डायरेक्टर मंकी स्पोर्ट्स, गीतेश्वरी - स्वयंसेवक, कोडनार चैंप्स, Agricon के डायरेक्टर मानस बनर्जी बतौर मॉडरेटर थें।
कार्यक्रम में उमंग, उत्साह और भावुकता का दौर तब आया जब सुश्री विभूति दुग्गड़ ने “उम्मीद भरे खत” के अंतर्गत ने युवाओं से अपनी आशाओं और आकांक्षाओं को मजबूत करने की बात करते हुए खत लिखने कहा। सभी ने अपनी भावनाओं से भरा खत लिखकर सौंपा।
कार्यक्रम के अवसान में मशहूर थिएयर आर्टिस्ट मंजुल भारद्वाज ने संवेदनशील कहानी की शुरुआत से अपना सत्र प्रारम्भ किया। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया का मेंटल हेल्थ इसलिए खराब हो गया है कि वे लोगों और देश को गुलाम बनाना चाहते हैं । जब हम समता की बात करने लगेंगे तो वह स्थिति बेहतर मानसिक स्वास्थ्य की होगी।
उन्होंने “कहानी की शुरुआत” में एक ऐसी दो किशोर बालिका की कहानी सुनाई, जिसमें एक की शादी की बात होती है और दूसरे की होनेवाली है जो दोनों के लिए कशमकश में है कि अब वह क्या करे ? यहां कहानी अधूरी छोड़कर प्रशिक्षक श्री मंजुल ने बताया सभी प्रतिभागी अपने – अपने ग्रुप में इस कहानी को पूरा करने की चर्चा करेंगे जिसे कल होनेवाले कार्यक्रम में “चलो कहानी पूरी करें” के सत्र में ग्रुप के साथ सबके सामने कहानी पूरी करके बताएँगे।
कार्यक्रम का सफल संचालन रायपुर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी आमना मीर ने की और सभी कार्यक्रमों के बीच बेहतर समन्वय बनाया।
इस कार्यक्रम में उक्त अतिथियों और वक्ताओं के अतिरिक्त यूनिसेफ के एसबीसी कंसल्टेंट चंदन कुमार, एसबीसी कंसल्टेंट अभिषेक त्रिपाठी, एसबीसी कंसल्टेंट राहिल सूबेदार, कंसल्टेंट नियति राज, छत्तीसगढ़ वी द पीपुल प्रबंधक रमेश कुमार, एग्रिकॉन कंसल्टेंट जागृति , बिहेवियर क्लब कंसल्टेंट तुपेंद्र साहू सहित करीब 250 की संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।